कब है ? सुनील छेत्री का रिटायरमेंट : Sunil Chhetri Retirement Date

भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने इंटरनेशनल फुटबॉल से संन्यास का ऐलान कर दिया है. सुनील छेत्री 6 जून को कुवैत के खिलाफ़ भारत के लिए अपना आखिरी मैच खेलेंगे।

About Sunil Chhetri :

सुनील छेत्री का जन्म 3 अगस्त 1984 में सिकंदराबाद के क्षत्रिय परिवार में हुआ था, ये भारतीय पेशेवर फुटबॉलर हैं, जो एक स्ट्राइकर या विंगर के रूप में खेलते हैं और इंडियन सुपर लीग कि क्लब बेंगलुरु एफसी और भारतीय राष्ट्रीय टीम दोनों में कप्तान हैं। छेत्री ने 2002 में मोहन बागान में अपने पेशेवर करियर की शुरुआत की। Sunil Chhetri Retirement Date को लेकर बाते चल रही है,

फिर वह जेसीटी में चले गए जहां उन्होंने 48 खेलों में 21 गोल किए, उन्होंने 2010 में मेजर लीग सॉकर के कैनसस सिटी विजार्ड्स के लिए अपना मैच खेले, विदेश में जाने भारत के तीसरे खिलाड़ी बने हालाँकि, संयुक्त राज्य अमेरिका में वह कार्यकाल लंबे समय तक नहीं चला और जल्द ही वह भारत आई-लीग में वापस आ गए, जहाँ उसने चिराग यूनाइटेड और मोहन बागान के लिए खेला था।इस बार उन्हें प्राइमिरा लिगा स्पोर्टिंग क्लब डी पुर्तगाल द्वारा हस्ताक्षरित किया गया, जहां उन्होंने क्लब के रिजर्व पक्ष के लिए खेला था,

उन्होंने भारत को 2007 नेहरू कप, 2009 नेहरू कप, 2012 नेहरू कप और साथ ही 2011 सैफ चैम्पियनशिप जीतने में मदद की। वह 2008 एएफसी चैलेंज कप के दौरान भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक थे , जिसमें भारत ने टूर्नामेंट जीता और इस तरह 27 वर्षों में अपने पहले एएफसी एशियाई कप के लिए क्वालीफाई किया। उन्होंने तब दो गोल के साथ 2011 एएफसी एशियाई कप में अपने अल्पकालिक अभियान के दौरान भारत का नेतृत्व किया। छेत्री का नाम अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ प्लेयर ऑफ़ द ईयर छः बार 2007, 2011, 2013, 2014, 2017 और 2018–19 में रखा गया है।
2015 में वह 50 अंतरराष्ट्रीय गोल करने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने थे,

Sunil Chhetri International Goals :

वर्षक्लबखेलगोल
2002–2005मोहन बागान18(8)
2005–2008जेसीटी48(21)
2008–2009ईस्ट बंगाल14(9)
2009–2010डेम्पो13(8)
2010कैनसस सिटी विजार्ड्स3(0)
2011चिराग यूनाइटेड7(7)
2011–2012मोहन बागान14(8)
2012–2013स्पोर्टिंग सीपी बी3(0)
2013चर्चिल ब्रदर्स (ऋण)8(4)
2013–बेंगलुरु124(58)
2015–2016मुंबई सिटी (ऋण)17

Sunil Chhetri का संपूर्ण जीवन :

सुनील छेत्री का रिटायरमेंट

17 साल के आयु में सुनील ने अपना फुटबॉल जीवन दिल्ली शहर में 2001 में शुरू किया। एक साल बाद ही तुरंत उनकी प्रतिभा को मोहन बागान ने समझा और उन्हें शामिल कर लिया। उस दिन से सुनील के पेशेवर फुटबॉल जीवन का आरंभ हुआ और फिर क्या था उसने कभी पीछे मूड के कभी नहीं देखा।

सुनील ने भारतीय टीम के लिए जूनियर ओर सीनियर दोनो श्रेणियों में भी खेला है। वह अभी भारतीय टीम के कप्तान है। 2007 में उनके कम्बोडिया के विरुद्ध २ गोलों ने उन्हे मानो जैसे उन्हे एक रात में ही हीरो बाना दिया। पूरे विश्व ने उनकी प्रतिभा को देखा और उसकी सराहना की। 3 गोल एएफसी चॅलेंज कप 2008 में ताजिकिस्तान के विरुद्ध मारकर उन्होने भारत को 27 साल के बाद एशिया कप के लिए प्रवेश दिलाया।

इतनी साफलता पाने के बाद उन्हे दूसरे देशों से फुटबॉल खेलने के लिए ऑफर आने लगे। अफवाहें यह भी थी की वो इंग्लिश प्रिमियर लीग में लिए खेल सकते हैं परंतु किसी कारणवश नहीं खेल पाए। सुनील ने 2010 में कंसास सिटी के लिए मेजर लीग सॉकर यूएसए में खेलने के लिए गये। वह तीसरे भारतीय बने जो भारत के बाहर खेलने के लिए गये हों।

2012 में उन्होने स्पोर्टिंग क्लब डी पुर्तगाल के रिज़र्व्स टीम की तरफ से खेला। वहाँ भी उन्होने अपने अच्छे खेल से सभी के दिल को जीत लिया। स्पोर्टिंग क्लब डी पुर्तगाल के साथ अनुबंध खत्म होते ही उन्हो ने बेंगलूर फुटबॉल क्लब के साथ अनुबंध कर लिया। अभी वह इस क्लब के कप्तान है और उनके खेल से टीम अभी आई-लीग के नंबर एक के खिलाड़ी हैं।

उन्होने अभी तक इंडिया टीम की तरफ़ से 72 मैच में 41 गोल दाग चुके है। यह अभी तक का सर्वाधिक स्कोर है जो किसी भारतीय ने किया हो। सुनील ने भारत को 2007 , 2009 , 2012 में नेहरू कप जीता रखा है और 2008 में एशिया कप के लिए क्वालीफाई भी करवाया था।

इसमें कोई शक नहीं है एक वह भारत के सबसे अच्छे खिलाड़ी है। अर्जुन पुरस्कार भी सुनील जीत चुके हैं। एन डी टी वी इंडिया ने उन्हें प्लेयर ऑफ द एअर का अवॉर्ड 2007 में दिया था और तीन बार वो ऐइफा प्लेयर ऑफ द एअर का अवॉर्ड भी जीत चुके है।

ये सब पुरस्कार बताते हैं कि ऐसा कारनामा कोई आम खिलाड़ी नहीं बल्कि एक प्रतिभावान खिलाड़ी ही कर सकता है। निश्चीत रूप से सुनील छेत्री भारत का नाम फुटबॉल जगत में आगे ले जा रहे हैं।

2021 में सुनील छेत्री ने इतिहास रचा था, उन्होंने माले में नेपाल के खिलाफ सैफ फुटबॉल चैम्पियनशिप में गोल दागते ही ब्राजील के महान फुटबॉलर पेले की बराबरी कर ली थी छेत्री के तब अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में पेले के बराबर 77 गोल हो गए थे,2021 में ही सुनील छेत्री अर्जेंटीना के सुपर स्टार लियोनेल मेसी को पीछे छोड़कर सर्वाधिक गोल करने वाले सक्रिय खिलाड़ियों की सूची में दूसरे स्थान पर पहुंच गए थे.

सुनील छेत्री का रिटायरमेंट : Sunil Chhetri Retirement Date “उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि मै उस दिन कभी नहीं भूल सकता हूँ जब पहली बार मुझे देश के लिए खेलने का मौका मिला मैच से पहले नेशनल टीम के कोच सुकी सर मेरे पास आए और कहा कि तुम अपना सफर शुरू करने जा रहे हो,मई उस अहसास को कभी भुला नहीं सकता।” सुनील छेत्री 6 जून 2024 को अपना आखिरी मैच कुवैत के खिलाफ खेलेंगे

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